क्या कोरोना कर रहा है हड्डियों को कमज़ोर?

February 5, 2022by admin-mewar
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क्या कोरोना कर रहा है हड्डियों को कमज़ोर?

हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं। कुछ के बारे में हम परिचित है, वहीं कई ऐसी स्थितियां भी हैं जिनके नामों को भी हम नहीं जानते। लेकिन साल 2020 में एक ऐसा दौरा आया जिसमें एक संक्रमण ने पूरे विश्व को प्रभावित किया और उसका नाम बच्चे-बच्चे के मुंह पर रहा। ये ही नहीं, आज 2022 में भी कहीं ना कहीं इसकी वजह से हमें परेशानी महसूस करनी पड़ रही है। जी हां, हम बात कर रहे हैं कोरोना वायरस की जिसे पूरे विश्व ने महामारी के रूप में स्वीकार किया। कई लोगों ने इस अवस्था में अपनों को खोया और दुनियाभर में मौतों के बढ़ते हुए आकड़ों का दोष इसे दिया गया।

लगभग तीन वर्षों से हम कोरोना काल में अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। इस दौरान लोगों की इस महामारी को लेकर विभिन्न प्रतिक्रियाएं रहीं। कई ऐसी बातें हैं जो आपने सुनी या पढ़ी भी होंगी। आज मेवाड़ हाॅस्पिटल की टीम बात करने जा रही है एक महत्त्वपूर्ण बिंदु पर जिसकी वजह से एक व्यक्ति का जीवन बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। तो सवाल यह है कि क्या कोरोना के कारण हमारे शरीर की हड्डियां कमज़ोर हो रही हैं? आइए जानते हैं क्या वाकई यह बात सच है और किन उपायों से आप कोरोना काल में भी अपनी हड्डियों के स्वास्थ्य का ख्याल रख सकते हैं।

क्या कोरोना में मांसपेशियों, हड्डी और जोड़ हो सकते हैं खराब?

यदि आप कोविड-19 पाॅज़िटिव पाए गए हैं और पूर्ण रूप से रिकवर हो चुके हैं, तो सचमुच आप खुशकिस्मत हैं। लेकिन फिर भी रिकवर होने के बाद आपको अपने शरीर का ध्यान रखना आवश्यक है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस महामारी के कारण लोगों को कई सारे दुष्प्रभाव झेलने पड़े हैं। ऐसा माना गया है कि कोरोना की उपस्थिति की वजह से शरीर के कई हिस्सों पर असर पड़ सकता है। और उन हिस्सों में मांसपेशी, हड्डी और जोड़ भी शामिल हैं।

साल 2020 में जब कोरोना के कारण जगह-जगह लाॅकडाउन लगने लगा, उसके बाद से वर्क फ्राॅम होम की पद्धति पूरे विश्व में शुरू हो गई। इसके साथ ही जो लोग आइसोलेट किए गए थे, उनकी जीवनशैली में भी शारीरिक और मानसिक बदलाव हुए होंगे। आॅफिस के मुकाबले घर पर कुर्सी या सोफे या फिर लैपटाॅप को गोद में रखकर लंबे समय तक काम करने से भी शरीर को हानि पहुंचती है। याद रहे, हड्डियां शरीर के प्रमुख अंगों में से एक हैं और यदि इनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है तो आपको अपने सुखद जीवन से समझौता करना पड़ सकता है।

आइए अब बात करते हैं हड्डियों से जुड़ी एक प्रमुख स्थिति के बारे में जिसे ऑस्टियोमलेशिया (Osteomalacia) के नाम से जाना जाता है।

क्या है ऑस्टियोमलेशिया? 

यह एक ऐसी स्थिति को कहा जाता है जिसमें हड्डियां कमज़ोर और मुलायम हो जाती हैं। यही बीमारी जब बच्चों में होती है तो उसे रिकेट्स (rickets) कहा जाता है जो मुख्य रूप से विटामिन डी की कमी के कारण हो जाता है। इस तरह की परिस्थति में पूर्ण रूप से उपचार आवश्यक है, अन्यथा समय के साथ यह हड्डियों के स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है। आॅस्टियोमेलेशिया के कुछ लक्षण हैं पीठ या जोड़ों में दर्द होना, कमज़ोरी या सुस्ती महसूस होना, या फिर वज़न उठाते समय हड्डियों में दर्द होना। रिकेट्स की तरह इसका भी मुख्य कारण विटामिन डी की कमी है। इसी के साथ यदि कोई व्यक्ति लिवर-संबंधी बीमारी से जूझ रहा है या कुछ दवाईयों का लंबे समय से सेवन कर रहा है, तो ऐसी परिस्थितियों की वजह से भी आॅस्टियोमेलेशिया होने का खतरा बढ़ सकता है।

यदि आपको भी बताए गए लक्षण अपने शरीर में नज़र आ रहे हैं या फिर हड्डियों से संबंधित और किसी समस्या से आप परेशान हैं, तो आज ही मेवाड़ हाॅस्पिटल पधारें। यहां हमारे होनहार और कुशल आर्थोपेडिक सर्जन्स आपकी पूर्ण रूप से सहायता करने की कोशिश करेंगे।

कोरोना से होने वाले अन्य दुष्परिणाम

कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड-19 के उपचार मंे शरीर में ज़्यादा मात्रा में स्टेरोइड्स जाना हड्डियों के लिए नुकसानदायक है जिससे हड्डियां ना सिर्फ पतली होने लगती हैं बल्कि ये आॅस्टियोपोरोसिस (osteoporosis) का खतरा भी बढ़ाती है। इस स्थिति में हड्डियां कमज़ोर होने लगती हैं। जिन लोगों को इसकी समस्या है और वे कोरोना वायरस होने की वजह से घर में ज़्यादा समय तक रहे और खास शारीरिक गतिविधि ना कर पाएं, ऐसे में उनके हड्डियों के स्वास्थ्य पर प्रभाव पढ़ने की संभावना बढ़ जाती है।

लाॅकडाउन के दौरान शारीरिक गतिविधि कम होनेे के कारण कई लोगों के वज़न में भी वृद्धि हुई जिसके कारण जोड़ों में या घुटने में दर्द, साईटिका आदि की समस्या उत्पन्न हुई होगी। कुछ हफ्तों की बेड रेस्ट के कारण भी मांसपेशियों के स्वास्थ्य पर काफी असर पड़ सकता है। यदि आप भी कोरोना से संक्रमित हुए है तो ये बेहतर रहेगा कि इंफेक्शन खत्म हो जाने के बाद अपना बोन डेन्सिटी टेस्ट (Bone Density Test) करवा लें। उसके लिए आप मेवाड़ हाॅस्पिटल की चिकित्सा-संबंधी सुविधाओं का उपयोग कर सकते हैं।

विटामिन डी की शरीर को आवश्यकता

हमारी हड्डियों और मांसपेशियों को मज़बूती प्रदान करने में विटामिन डी की अहम भूमिका है। और कुछ खोज के मुताबिक यह भी देखने को मिला है कि विटामिन डी कोरोना जैसी परिस्थतियों में भी उपयोगी साबित हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ये हमारे शरीर की प्रतिरोधक प्रणाली (immune system) को भी मज़बूत करने में सहायक है। कई बार ऐसा होता है कि हमें प्रकृति से विभिन्न फायदे मिलते हैं लेकिन हम उन फायदों का सही तरह से इस्तेमाल नहीं करते। आपको बता दें कि विटामिन डी का सबसे बेहतरीन स्त्रोत है सूरज से मिलने वाली धूप। कई ऐसे खाने-योग्य पदार्थ हैं जिनमें विटामिन डी पाया जाता है। इसके अलावा कुछ सप्लीमेन्ट्स हैं जो आप डाॅक्टर की सलाह से ले सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना से संक्रमित होने वाले कई व्यक्तियों में विटामिन डी की कमी पाई गई। और ऐसा भी कहा गया है कि विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा वाले लोगों में कोरोना होने की संभावनाएं कम हो जाती हैं। इसलिए ज़्यादा नहीं, दिनभर में 10 से 20 मिनट की धूप अपने शरीर पर लगने दें।

कोरोना काल में कैसे रखें अपनी हड्डियों का ख्याल ?

इन दिनों भी हम कोरोना काल में ही अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। ना सिर्फ इस मौके पर, बल्कि हमें निरंतर अपने शरीर और हड्डियों को स्वस्थ रखने के प्रयास करने चाहिए।

इन आदतों को तुरंत प्रभाव से छोड़ें

यदि आप अपनी हड्डियों के स्वास्थ्य को लेकर जागरूक हैं, तो कृपया कुछ बातों का खासतौर से ध्यान रखें।
1. सबसे पहले तो एक ही जगह पर लंबे समय तक बैठना बंद करें क्योंकि यदि शरीर में ज़्यादा देर तक खास मूवमेन्ट नहीं होता है तो इससे हड्डियों पर बुरा असर पड़ सकता है।
2. इसके बाद बात की जाए कुछ दवाइयों की, लंबे अंतराल तक लेने के कारण ये हड्डियों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती हैं। यदि आप भी किसी बीमारी से ग्रस्त हैं और लंबे समय से दवाइयों का सेवन कर रहे हैं, एक बार अपने डाॅक्टर से ज़रूर बात करें।
3. कई लोगों की आदत होती है धुम्रपान करने की। और जो कंपनियां इनका उत्पाद करती हैं वे खुद इनके कुछ दुष्परिणामों के बारे में बताती हैं। धुम्रपान करने के एक नहीं कई नुकसान देखे गए हैं। यदि कोई व्यक्ति इस तरह की गतिविधि को अंजाम देता है तो इससे उसके शरीर में हैल्दी टिशूज़ आसानी से नहीं बन पाते और उनके अंदर फ्रैक्चर की संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं।
4. आपने मोटापे के नुकसानों के बारे में कहीं ना कहीं सुना या पढ़ होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि औसत से कम वज़न होना भी आपको परेशानियों में डाल सकता है! ऐसे लोगों में भी फ्रैक्चर की स्थिति होने का खतरा रहता है। इसलिए अपने शरीर का ध्यान रखें और वज़न को संतुलित करने के लिए डाॅक्टर से उचित सलाह लें।
5. कुछ लोगों को शराब की लत लग जाती है और वे निरंतर इसका सेवन करते रहते हैं। जो लोग शराब पीने की आदत लगा चुके हैं उन्हें चाहिए कि तुरंत प्रभाव से इसे त्याग दें। ना सिर्फ ये आपकी हड्डियों के लिए बुरी है बल्कि आपके शरीर के प्रमुख अंगों को भी नुकसान पहुंचा सकती है।

इन आदतों को करें अपने जीवन में शामिल

1. अपनी डाइट में पोषण-युक्त आहार का सेवन करें। खासतौर से वे जिनमें प्रोटीन की अच्छी मात्रा पाई जाती है। उदाहरण के तौर पर हरी पत्तेदार सब्जियां, दूध, अण्डे, बादाम, आदि।
2. प्रोटीन के साथ ही कैल्शियम-युक्त आहार लेना भी बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। कैल्शियम की कमी के कारण हड्डियां कमज़ोर हो जाती हैं। इसलिए उन चीज़ों को अपने खाने में ज़रूर महत्त्व दें जिन्में कैल्शियम पाया जाता है। उदाहरण के तौर पर मछली, ब्रोकली, डेयरी प्रोडक्ट्स, हरी पत्तेदार सब्जियां, आदि।
3. जीवन में व्यायाम (exercise) को महत्त्व दें। ना सिर्फ ये आपको स्वस्थ और फिट रखने में मदद करेगा, बल्कि हड्डियों और मांसपेशियों को भी मज़बूत करने में अपना योगदान देगा। लेकिन हां, जो लोग कोरोना इंफेक्टेड हुए हैं और उन्हें सांस-संबंधी परेशानी हुई है वे डाॅक्टर से सलाह ज़रूर लें।
4. समय≤ पर अपने स्वास्थ्य का उपचार करवा लें। यदि आपको हड्डियों, जोड़ों या मांसपेशियों में कोई परेशानी हो रही है जो लंबे समय तक बनी हुई है तो ऐसे मौकों पर आप मेवाड़ हाॅस्पिटल के आॅर्थोपेडिक डाॅक्टर्स से सलाह ले सकते हैं।

बच्चों की सेहत का भी रखें खास ध्यान

याद रखें, अगर बच्चों में विटामिन डी की कमी पाई जाती है, तो इससे उनक शारीरिक विकास में कुछ कठिनाइयां आ सकती हैं। लंबाई के साथ-साथ उनकी हड्डियों की मज़बूती पर फर्क पड़ता है। इसलिए बड़ों के लिए ज़रूरी है कि अपने बच्चों का खासतौर पर ध्यान रखें। यदि आप किसी कारणवश पर्याप्त मात्रा में धूप नहीं ले पा रहे हैं, तो कृपया मेवाड़ हाॅस्पिटल के वरिष्ठ डाॅक्टर्स से सहायता लें। वे आपको विटामिन डी के दूसरे स्त्रोत के बारे में परिचित कराएंगे।

मेवाड़ हाॅस्पिटल की टीम का संदेश

मुमकिन है कि ‘कोरोना’ नाम हमारे जीवन में कुछ और वक्त तक रहे। लेकिन एक आदत जो आपको हमेशा बरकरार रखने की ज़रूरत है वो है अपनी सेहत। जी हां, चाहे बात की जाए हड्डियों, जोड़ों, माांसपेशियों या शरीर के अन्य महत्त्वपूर्ण अंगोें की, आपको इनके स्वास्थ्य पर पूरा ध्यान देने की ज़रूरत है। ऐसा ना होने पर आपको कई सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। मेवाड़ हाॅस्पिटल की टीम अपनी सेवाओं के साथ उपलब्ध है। यदि किसी भी मौके पर आपको अपने शरीर का स्वास्थ्य अनुचित लगता है तो कृपया हमारे हाॅस्पिटल पधारें और डाॅक्टर्स की उचित सलाह के साथ उपचार हासिल करें।

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